CM धामी ने चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर की समीक्षा बैठक , घोड़ों और खच्चरों को पंजीकृत करने से पहले संक्रामक बीमारियों की जांच अनिवार्य…

उत्तराखण्ड : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशन में चारधाम यात्रा की तैयारियां उत्तराखण्ड में जोर-शोर से चल रही हैं। इसी क्रम में रुद्रप्रयाग जिले में पशुपालन विभाग ने भी अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। इस बार यात्रा में शामिल होने वाले घोड़ों और खच्चरों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए विभाग ने विशेष कदम उठाए हैं।
यात्रा के लिए घोड़ों और खच्चरों को पंजीकृत करने से पहले उनकी इक्वाइन इन्फ्लूएंजा और ग्लैंडर्स जैसी संक्रामक बीमारियों की जाँच अनिवार्य की गई है। केवल नकारात्मक जाँच रिपोर्ट प्राप्त करने वाले घोड़ों और खच्चरों को ही यात्रा के लिए फिट माना जाएगा। यदि कोई पशु बीमार पाया जाता है, तो उसे तत्काल क्वारंटीन किया जाएगा। क्वारंटीन के दौरान विशेषज्ञ पशु चिकित्सकों की निगरानी में पशुओं का इलाज और स्वास्थ्य सुधार किया जाएगा।
पशुपालन विभाग ने इस कार्य के लिए सात विशेषज्ञ पशु चिकित्सकों की एक समर्पित टीम तैनात की है, जिसे पैरामेडिकल स्टाफ का भी सहयोग प्राप्त होगा। क्वारंटीन सुविधाओं के लिए कोटमा और फाटा में केंद्र स्थापित किए गए हैं। आवश्यकता पड़ने पर अतिरिक्त क्वारंटीन केंद्रों के लिए किराए के भवन लेने की योजना भी तैयार की गई है।
गढ़वाल मंडल के अपर निदेशक (पशुपालन) डॉ. भूपेंद्र जंगपांगी ने बताया कि घोड़ों और खच्चरों के स्वास्थ्य की निगरानी के लिए विशेषज्ञ पशु चिकित्सकों की तैनाती की है। यात्रा के दौरान पशुओं के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखा जाएगा, ताकि यात्रा सुचारू और सुरक्षित रहे।