
मुंबई के आजाद मैदान में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर श्री मनोज जरांगे द्वारा पांच दिनों तक चलाए गए आमरण अनशन का मंगलवार को अंत हुआ।
राज्य सरकार ने उनकी आठ मांगों में से छह को मंजूर किया।
खासकर हैदराबाद गजट के आधार पर कुनबी प्रमाणपत्र की व्यवस्था, आंदोलन को “ऐतिहासिक विजय” के रूप में प्रतिष्ठित बनाती है।
चेतावनी व कानूनी दांवपेंच के बावजूद आंदोलन शांतिपूर्ण रहा—प्रशासन ने अनुशासन बनाये रखा और हाई कोर्ट के निर्देशों का पालन सुनिश्चित किया।